Wednesday, May 6, 2009

माफ़ करिएगा शाहरुख खान जी

माफ़ करिए गा शाहरुख खान जी अगर बात बुरी लगे। असल में आप का प्लान प्लॉप हो गया। आपके कोच साहब का फार्मूला तो गया। क्या हुआ आपकी टीम को अभी तक ९ मैच में केवल १ मैच ही जीत पाई। जितना हारना तो लगा ही रहता है। अब कोई टीम कभी जीतती है कभी हारती है। लेकिन आपकी टीम तो केवल हार ही रही है। लगता है कही तो कुछ गड़बड़ है। आपके नए कप्तान साहब भी कुछ नही कर पा रहे है। अरे हा वो आपके कोच साहब के ४ - ४ कप्तान वाला फार्मूला कहा गया। जिसके लिए आपने गावस्कर साहब को नासिहात दे डाली थी। हा वो अलग बात है बाद में अपने मामला रफा दफा कर दिया।
खान साहब ये रब ने बना दी जोड़ी नही है की जिसको जहा चाहा वहा रब दिखा दिया अरे रब इतनी आसानी से दीखता तो फ़िर ही क्या थाखैर आपकी फ़िल्म चाहे जो दिखाओलेकिन ये क्रिकेट है। यहाँ सब अपनी मर्जी से नही होता. बहुत सारे रूल्स होते है. हिस्ट्री होती है. प्रदर्सन होता है. फैन फोल्लोविंग होती है। आपलोगों ने गांगुली को कप्तानी से हटा दिया मुझे तो लगता है की आपके कोच साहब उनको टीम से ही हटाने में लगे थे। वो तो कुछ मजबूरिया रही होंगी नही तो आज गांगुली .......
लेकिन अब मुझे लगता है की आपके कोच साहब को ख़ुद हट जन चाहिए।
किसी भी टीम के प्रदर्सन में टीम पुरी टीम का योगदान होता है। खिलाडियों का मनोबल काम आता है। उनकी आपस की अंडर इस्तैन्डिंग काम आती है। उनपे अपने कप्तान का विस्वास, ख़ुद का विस्वास काम आता है। एसा नही की जब जिसको चाहा निकल फेंका।।

खैर अभी काफ़ी मैच बचे है जाके पहले अपने खिलाडियों का विस्वास जीतो .......मैच अपने आप जित जायेंगे वो।