Thursday, April 9, 2009

भारत ने रचा इतिहास

आखिर कार भारतीय क्रिकेट टीम ने वो कर दिखाया जिसकी उम्मीद हर भारतीय को थी । हम सीरीज १-० से जीत गए और खुस भी है। होना भी चाहिए । सभी बैट्समैन ने मजेदार खेल दिखाया । अगर यूराज को छोड़ दे तो सभी बहुत अच्छा खेले। होता है एक दो तो आउट ऑफ़ फॉर्म होते ही है। लेकिन मै खुस नही हु। मुझे लगा कही न कही भारत ने ३ सारा मैच गवा दिया। जो की जितना ही चाहिए था। कुछ लोग कहेंगे की नही ये तो इन्द्र देवता की वजह से हुआ है, लेकिन मै सहमत नही हू। ये बात पहले ही घोषित कर दी गई थी की खेल के चौथे या पाचवे दिन भरीस होगी ही और फ़िर भी हमारे कप्तान साहब ने परी नही घोषित की। जबकि चौथे दिन सुरु में ही भारत ने ५५० रन का टारगेट कर दिया था। ५५० रन बहुत थे किवी के लिए. धोनी को डर था कही...... प्रकार का रिस्क नही लेना कहते थे हमारे कप्तान साहब। आखिर हो भी क्योऊ न सीरीज़ तो १-० से लगभग जीत ही चुके थे। सायः हम लोग यही दुसरो से पिच्छे है। हमेसा रक्षात्मक रहते है। मुझे लगता है अगर धोनी ने यही मैच १-२ घंटे भी पहले घोषित कर दिया होता तो हम ये सीरीज़ २-० से जित जाते।
चलो कोई नही जीते तो सही। सभी ने अच्छा खेल दिखाया खास कर जहीर की बोलिंग जबरजस्त थी। चलो इंडिया को जसं मानाने का एक और मौका मिला। थोड़ा आराम करने के बाद अब तो आई पी की बारी है जो की अब असल में आई पी यल नही अफ्रीकी आई पी यल है
जय हो

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